रूसी (Russia) ऊर्जा दिग्गज रोसनेफ्ट ने बुधवार को भारत को तेल की बिक्री बढ़ाने के लिए एक सौदे की घोषणा की, क्योंकि यूक्रेन संघर्ष को लेकर पश्चिम के साथ तनाव के मद्देनजर मास्को नए खरीदारों की तलाश कर रहा है।
पिछले फरवरी में यूक्रेन (Ukraine) में अपनी सेना को तैनात करने के क्रेमलिन के फैसले ने यूरोपीय बाजार में रूस की हिस्सेदारी को गिरा दिया क्योंकि कीव के सहयोगियों ने रूसी तेल क्षेत्र पर प्रतिबंध लगाए।
रोसनेफ्ट ने एक बयान में कहा कि उसके सीईओ (CEO) इगोर सेचिन ने भारत की यात्रा की थी और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के प्रमुख के साथ एक समझौता किया था।
रोसनेफ्ट ने एक बयान में कहा, “रोसनेफ्ट ऑयल कंपनी और इंडियन ऑयल कंपनी ने तेल की आपूर्ति में काफी वृद्धि करने के साथ-साथ भारत (India) में ग्रेड में विविधता लाने के लिए एक टर्म समझौते पर हस्ताक्षर किए।”