तरुण कुमार
नई दिल्ली: कोयला मंत्रालय के सचिव श्री अमृत लाल मीना की अध्यक्षता में हाइब्रिड मोड में स्थायी वैज्ञानिक अनुसंधान समिति (एसएसआरसी) की एक विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक में अपर सचिव (कोयला) सुश्री रूपिंदर बरार, अपर सचिव (कोयला) सुश्री विस्मिता तेज, संयुक्त सचिव और वित्तीय सलाहकार सुश्री निरुपमा कोटरू, सलाहकार (परियोजना) श्री आनंदजी प्रसाद और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ एसएसआरसी के सदस्य और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, अनुसंधान संगठनों और प्रमुख खनन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक विशेष रूप से कोयला सेक्टर के भीतर अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) परियोजनाएं, अन्वेषण तकनीकों को उन्नत करने, कोयला उत्पादन बढ़ाने, सुरक्षा उपायों में सुधार करने और पर्यावरण की सुरक्षा करने पर केंद्रित थी।
एसएसआरसी में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), नीति आयोग और खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस), साथ ही कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल), एनएलसी इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल), सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) और सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट (सीएमपीडीआई) जैसे कई मंत्रालयों और विभागों के प्रतिनिधि तथा उद्योग प्रतिनिधि भी शामिल हैं। आईआईटी (आईएसएम) धनबाद, आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी और आईआईटी कानपुर जैसे उल्लेखनीय शैक्षणिक संस्थानों के साथ-साथ सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ माइनिंग एंड फ्यूल रिसर्च (सीआईएमएफआर) और सेंट्रल मैकेनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएमईआरआई) जैसे शोध संगठनों ने भी इसमें भाग लिया।