।। मानव का जन्म पाकर भी यदि मनुष्य के अन्दर मानवता के गुण नही हैं तो उस मनुष्य का जीवन ही व्यर्थ है।।
राष्ट्र प्रथम
प्रयागराज। सत्य,दया,न्याय,पुण्य एवं सहानुभूति ही मानवता के प्रमुख गुण हैं यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने नवयुवक ऊर्जावान पत्रकार विजय शुक्ला से उनके निज निवास लालापुर बारा में कही।स्पष्ट कराते चले जिला मंत्री एवं नवयुवक ऊर्जावान पत्रकार विजय शुक्ला के बीच बहुत ही गहरे घरेलू रिश्ते हैं।सर्वप्रथम जिला मंत्री ने नवयुवक ऊर्जावान पत्रकार विजय शुक्ला के माता-पिता से आशीर्वाद प्राप्त किया।जिला मंत्री एक अति विशिष्ट कार्य से लालापुर आए हुए थे।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि लालापुर बारा का एरिया बहुत ही रमणीक पहाड़ों से घिरा हुआ है जिसमें बहुत वनस्पतियाँ एवं जड़ी-बूटियाँ भी मौजूद हैं जो मानव-समाज के लिए संजीवनी के समान हैं।इन वनस्पतियों एवं जड़ी-बूटियों की रक्षा करना मनुष्य का परम कर्तव्य है और प्रत्येक जगह मानव जहाँ भी रहता है उसे वृक्षारोपण कर इस धरती को हरा-भरा बनाएं रखना चाहिए जिससे पर्यावरण-प्रदूषण पर नियंत्रण बना रहे और साथ ही साथ वर्षा-जल का भी संचालन बना रहे।जिला मंत्री ने अपने आध्यात्म चक्षु के ज्ञान उत्सर्जित वाणी में वर्णन किया कि सत्य,दया,न्याय,पुण्य एवं सहानुभूति ही मानवता के प्रमुख गुण हैं।मानव को इन गुणों को अपने आत्मा में अमृत-पान कर इन गुणों को पिरो लेना चाहिए तभी हम पृथ्वी पर मानव कहलाने योग्य हैं।मानव का जन्म पाकर भी यदि मनुष्य के अन्दर मानवता के गुण नही हैं तो उस मनुष्य का जीवन व्यर्थ है।मनुष्य आया खाली हाथ है और जब जनाजा निकलेगा तब भी खाली हाथ ही रहेगा तो फिर व्यर्थ की चिंता एवं लालच क्यों।मानव होकर मानवता के गुण प्राप्त हो जाएं तो समझों हमनें ईश्वर द्वारा दिए मानव जन्म को साकार किया।इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी एवं भूतपूर्व भाजपा मण्डल अध्यक्ष मेजा रुप नारायण मिश्रा ने कहा कि जिला मंत्री ने कितने ही सहजता के साथ मानव-जीवन का वास्तविक वर्णन किया है क्योंकि मनुष्य मानव तभी कहलाने योग्य है जब वह मानवता के गुणों से परिपूर्ण रहे।इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिला मंत्री का सम्पूर्ण जीवन ही सत्य एवं न्याय में समर्पित है जिसमें मानवता की पराकाष्ठा बहुमुखी भरी हुई है।जिला मंत्री के वाणी में स्फुटित शब्द गीता के ज्ञान-भण्डार से भरी हुई है।इस मार्मिक एवं दार्शनिक साहित्यिक वार्ता के दौरान वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण राज सिंह कौशम्बी संदेश संवाददाता,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय एवं रवि कुमार सहित आस-पास बहुत से लोग मौजूद रहे।