वास्तव में मनुष्य की आत्मा केवल व केवल सत्य एवं न्याय को धारण करना चाहती है जिला मंत्री राजेश तिवारी
।। जब भी मनुष्य कोई गलत कर्म करता है तब उसकी आत्मा उसे यह आभाष करा देती है कि यह गलत कर्म है और इसका परिणाम भी गलत ही होगा।।
राष्ट्र प्रथम
प्रयागराज। वास्तव में मनुष्य की आत्मा केवल और केवल सत्य एवं न्याय को धारण करना चाहती है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने ए०के० इण्टरप्राइजेज के प्रोपराइटर अनिरुद्ध शर्मा से उनके निजी संस्थान ए०के० इण्टरप्राइजेज घोड़ेडीह भीरपुर करछना में कही।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रोपराइटर श्री शर्मा महान ईश्वरभक्त,सत्यप्रिय एवं न्यायप्रिय विचारधारा के व्यक्ति हैं और गरीबों-दुखियारों के प्रति उनकी निरन्तर सहानुभूति रहती है और अपने व्यवसाय के साथ ही साथ समाजसेवा में जुटे रहते हैं।जिला मंत्री ने अपने आध्यात्म चक्षु के ज्ञान उत्सर्जित वाणी में वर्णन किया कि जब भी मनुष्य कोई गलत कर्म करता है तब उसकी आत्मा उसे आभाष करा देती है कि यह गलत कर्म है और इसका परिणाम भी गलत ही होगा इससे स्पष्ट है कि वास्तव में मनुष्य की आत्मा केवल और केवल सत्य एवं न्याय को धारण करना चाहती है और दूसरे शब्दों में कहा जाता है कि आत्मा ईश्वर का अंश है और यह भी कहा जाता है कि सत्य ही ईश्वर है।इससे पूर्णतः स्पष्ट है कि मनुष्य की आत्मा सदैव सत्य एवं न्याय को ही धारण करना चाहती है।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा जब हम खाली हाथ ही आए हैं और खाली हाथ ही जाएंगे तो फिर हम पापाचार कर अपने मनुष्य जीवन को क्यों नष्ट करें।सत्य एवं न्याय ही मनुष्य के लिए कमाने वाले अनमोल रत्न हैं जो इस आत्मा के साथ परलोक जाएंगें।अतः जितना हो सके इन अनमोल रत्न को मनुष्य कमा ले जो धरती पर भी एवं परलोक में उसे गौरवान्वित करते रहेंगे।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण राज सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिला मंत्री ने जो मानव-कल्याणकर वचनों को अपने उत्कृष्ट शब्दों में वर्णित किया है वह सौ फीसदी सत्य है।मानव वास्तव में तभी मनुष्य कहलाने योग्य है जब उसके आत्मा में सत्य एवं न्याय की ज्योति निरन्तर जलती रहे।इस साहित्यिक वार्ता के दौरान बृजेश तिवारी सहित आस-पास बहुत से लोग मौजूद रहे।