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प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई

विनोद कुमार सिंह 

“राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र आधुनिक ट्रेनों,एक्सप्रेसवे के नेटवर्क और हवाई सेवाओं के विस्तार के साथ देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को बदलने के लिए पीएम गतिशक्ति के विजन का एक उदाहरण बन रहा है”-नरेन्द्र मोदी

भारत रेलवे नित्य नवीन अपना स्वर्णिम इतिहास लिखने को आतुर है। जैसा कि सर्वविदित है भारत रेल विश्व की सबसे सुगम , सस्ती व सुरक्षित यातायात के लिए प्रसिद्ध है। जिसकी चहुँ दिशाओं में चर्चा हो रही है।खास कर भारतीय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नवीन इतिहास बना रही है। भारतीय इतिहास मे अगस्त माह स्वतंत्रता प्राप्ति के जाना जाता है। इसी अगस्त के अन्तिम दिवस 31अगस्त को भारतीय रेलवे के इतिहास के स्वर्णिम अध्याय में जुड़ गया जब स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई।सर्व विदित रहे कि ये तीनों अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस तीन मार्गों -मेरठ से लखनऊ,मदुरै से बेंगलुरु और चेन्नई से नागरकोइल पर चलाई जायेगी। जो उत्तर प्रदेश,तमिलनाडु और कर्नाटक में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी।परिणाम स्वरूप उत्तर से दक्षिण तक भारत की विकास यात्रा में एक नया अध्याय लिखा जा रहा है।आज देश में वंदे भारत ट्रेनों के आधुनिकीकरण और विस्तार के साथ राष्ट्र विकसित भारत के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।मंदिरों का शहर मदुरै अब आई टी सिटी बेंगलुरु से जुड़ने से ना केवल संपर्क आसान होगा,बल्कि तीर्थयात्रियों के लिए भी खासकर सप्ताहांत या त्योहारों के दौरान यह बहुत फायदेमंद होगा।वही चेन्नई-नागरकोइल मार्ग से छात्रों,किसानों और आईटी पेशेवरों को बहुत लाभ होगा।यह क्षेत्र में व्यवसायों और रोजगार के अवसरों के विकास का प्रतीक है।इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए दक्षिण के राज्यों का तेज विकास बहुत जरूरी है।उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के साथ-साथ पूरे दक्षिण भारत का विकास सरकार की प्राथमिकता है।आज के बाद तमिलनाडु में वंदे भारत ट्रेनों की कुल संख्या 8,कर्नाटक को 8 वंदे भारत ट्रेनें जोड़ रही हैं।वंदे भारत की श्रंखला में मेरठ-लखनऊ रूट पर नई वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत पर प्रकाश डालते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्रांति की धरती मेरठ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का क्षेत्र आज विकास की नई क्रांति का गवाह बन रहा है।प्रधानमंत्री ने लोगों का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि आरआरटीएस ने जहां मेरठ को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से जोड़ने में मदद की है,वहीं अब वंदे भारत की शुरुआत से राज्य की राजधानी लखनऊ की दूरी भी कम हो गई है। मोदी ने कहा, “राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) इस बात का उदाहरण बन रहा है कि कैसे पीएम गतिशक्ति का विजन आधुनिक ट्रेनों, एक्सप्रेसवे के नेटवर्क और हवाई सेवाओं के विस्तार के साथ देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को बदल सकता है।”
उन्होंने कहा कि“वंदे भारत आधुनिक होती भारतीय रेलवे का नया चेहरा है।”हर शहर और हर मार्ग पर वंदे भारत की मांग को लेकर कहा कि हाई-स्पीड ट्रेनों के आगमन से लोगों में अपने व्यवसाय और रोजगार के साथ-साथ अपने सपनों को भी विस्तार देने का विश्वास पैदा हुआ है।आज देशभर में 102 वंदे भारत रेल सेवाएं संचालित की जा रही हैं और इन ट्रेनों में अब तक 3 करोड़ से अधिक लोग यात्रा कर चुके हैं।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये संख्या न केवल वंदे भारत ट्रेनों की सफलता का प्रमाण है,बल्कि भारत की आकांक्षाओं और सपनों का भी प्रतीक है। आधुनिक रेल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित भारत के विजन का एक मजबूत स्तंभ है। रेल लाइनों के दोहरीकरण और विद्युतीकरण,नई ट्रेनों के संचालन और नए मार्गों के निर्माण के संदर्भ में बताते हुए कहा कइस साल के बजट में रेलवे को 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए हैं और सरकार भारतीय रेलवे को इसकी पुरानी छवि को बदलने के लिए उच्च तकनीक सेवाओं से जोड़ रही है।विस्तार योजनाओं के बारे में अपने संबोधन में कहा कि वंदे भारत के साथ-साथ अमृत भारत ट्रेनों का भी विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने लोगों की सुविधा के लिए नमो भारत ट्रेनें चलाने और शहरों में यातायात की समस्याओं से निपटने के लिए जल्द ही वंदे मेट्रो शुरू करने की बात कही।भारतीय शहरों की पहचान हमेशा से उनके रेलवे स्टेशनों से रही है।उन्होंने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना से रेलवे स्टेशनों में सुधार हो रहा है और शहरों को नई पहचान मिल रही है। “देश में 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का नवीनीकरण किया जा रहा है,जिनमें से कुछ को हवाई अड्डों की तरह बनाया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि इसके अलावा, छोटे से छोटे स्टेशनों को भी अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया जा रहा है,जिससे यात्रा की सुगमता बढ़ेगी।”जब रेलवे,सड़क और जलमार्ग जैसे कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाता है, तो देश मजबूत होता है।”

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