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गुरु आत्मा नांबी ने प्रयागराज कुंभ मेला को बताया ‘वैश्विक एकता और आध्यात्मिक समरसता का संगम’

राष्ट्र प्रथम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। प्रयागराज का कुंभ मेला इस बार एक नई मिसाल पेश कर रहा है, जहां दुनिया भर के 42 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम पर एक साथ जुटे हैं। यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि मानवता और भाईचारे का अद्भुत प्रतीक बन चुका है, जहां हिंदू, ईसाई और विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ मिलकर इस दिव्य उत्सव का हिस्सा बन रहे हैं।

इस कुंभ मेला में HRDS इंडिया, जो एक गैर-सरकारी संगठन है, ने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के साथ मिलकर श्रद्धालुओं के लिए अनूठा आयोजन किया है। लाखों श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त भोजन की व्यवस्था की गई है, ताकि वे इस विशाल आयोजन के बीच भूखे न रहें। इसके अलावा, HRDS इंडिया ने शिव भक्तों के लिए गंगा स्नान के बाद आराम करने के लिए विशेष टेंट भी लगाए हैं, जहां वे कुछ देर विश्राम कर अपनी यात्रा की थकान मिटा सकते हैं।

जलपान के साथ-साथ HRDS इंडिया आयुर्वेदिक उपचार देकर श्रद्धालुओं की सेहत का भी ख्याल रख रहा है। वहीं साफ-सफाई के अभियान के तहत संगठन के स्वयंसेवक मेला क्षेत्र को स्वच्छ बनाए रखने में जुटे हुए हैं। इस अद्भुत प्रयास से कुंभ मेला न सिर्फ आध्यात्मिकता का प्रतीक बन रहा है, बल्कि पर्यावरण की पवित्रता को भी संरक्षित किया जा रहा है।

इस वर्ष के कुंभ मेला में कई प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति रही है, जिनमें भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्य मंत्री, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। इसके साथ ही, अदानी, अंबानी, कुमार मंगलम बिड़ला और स्टीव जॉब्स की पत्नी जैसी कॉर्पोरेट दुनिया की प्रमुख हस्तियां भी प्रयागराज पहुंची हैं।

गुरु आत्मा नांबी का कहना कि इस भव्य आयोजन में दुनियाभर से आई भारी संख्या में उपस्थिति यह साबित करती है कि कुंभ मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि वैश्विक एकता और आध्यात्मिक समरसता का शानदार उदाहरण है।

वहीं HRDS इंडिया के संस्थापक सचिव अजी कृष्णन, ओएसडी साजी वी करुणाकरण, और अमेरिका से आए जगदीश और जय ने भी स्वामीजी के साथ गंगा में पवित्र स्नान किया और इस अद्भुत अनुभव का हिस्सा बने। यह कुंभ मेला न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा बन गया है, जहां विविधता में एकता का अद्वितीय संगम दिखता है।

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